हमें हमारा गोत्र जानना क्यों है जरूरी ? Gotra

क्या आप अपने गोत्र की असली शक्ति को जानते हैं? यह कोई परंपरा नहीं है। कोई अंधविश्वास नहीं है। यह आपका प्राचीन कोड है। मानो आपका अतीत इसी पर टिका हो। 1. गोत्र आपका उपनाम नहीं है। यह आपकी आध्यात्मिक डीएनए है।पता है सबसे अजीब क्या है?अधिकतर लोग जानते ही Read more

किस देवता या देवी को कौन सा प्रसाद चढ़ाना चाहिये ?? आप जिन देवता की भक्ति करते हो उन्हें चढ़ाए इस व्यंजन से बना हुआ प्रसाद भगवान होंगे प्रसन्न ! देंगे मनचाहा वरदान !

किस देवता या देवी को कौन सा प्रसाद चढ़ाना चाहिये ??? ‘पत्रं, पुष्पं, फलं, तोयं यो मे भक्त्या प्रयच्छति तदहं भक्त्युपहृतमश्नामि प्रयतात्मन:।’ अर्थ:– जो कोई भक्त मेरे लिए प्रेम से पत्र, पुष्प, फल, जल आदि अर्पण करता है, उस शुद्ध बुद्धि निष्काम प्रेमी का प्रेमपूर्वक अर्पण किया हुआ वह पत्र-पुष्पादि Read more

सनातन धर्म (Sanatan Dharm)

जिसका न आदि है न अंत, वही है सनातन । श्रीमद्भगवद्गीता के अनुसार, सनातन धर्म का मतलब है शाश्वत धर्म यानी जो सदा बना रहता है. यह धर्म, परमात्मा और आत्मा दोनों से जुड़ा है. सनातन धर्म, जीवन जीने का तरीका बताता है. यह एक आचार संहिता है जो नैतिकता Read more