वैदिक हिंदू पंचांग

दिनांक – 23 मार्च 2025

दिन – रविवार

विक्रम संवत – 2081

शक संवत -1946

अयन – उत्तरायण

ऋतु – वसंत ॠतु

मास – चैत्र (गुजरात-महाराष्ट्र फाल्गुन)

पक्ष – कृष्ण

तिथि – नवमी 24 मार्च प्रातः 05:38 तक तत्पश्चात दशमी

नक्षत्र – पूर्वाषाढा 24 मार्च प्रातः 04:18 तक तत्पश्चात उत्तराषाढा

योग – वरीयान शाम 05:59 तक तत्पश्चात परिघ

राहुकाल – शाम 05:19 से शाम 06:51तक

सूर्योदय – 06:41

सूर्यास्त – 06:49

दिशाशूल – पश्चिम दिशा

व्रत पर्व विवरण- विशेष- नवमी को लौकी खाना त्याज्य है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)

रविवार के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)

रविवार के दिन मसूर की दाल, अदरक और लाल रंग का साग नहीं खाना चाहिए।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, श्रीकृष्ण खंडः 75.90)

रविवार के दिन काँसे के पात्र में भोजन नहीं करना चाहिए।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, श्रीकृष्ण खंडः 75)

स्कंद पुराण के अनुसार रविवार के दिन बिल्ववृक्ष का पूजन करना चाहिए। इससे ब्रह्महत्या आदि महापाप भी नष्ट हो जाते हैं।

अशांति मिटाने का उपाय

गाय के गोबर के कंडे लें, उसके ऊपर घी में भीगे हुए चावल डालकर जलाएं l घर में शांति आएगी व वास्तु दोष दूर होंगे l

दरिद्रता दूर करने का उपाय

सूर्य नारायण को प्रार्थना करें, जल चढ़ायें। चावल और गाय के दूध की खीर बनायें और सूर्य देव को भोग लगायें । इतवार को बिना नमक के भोजन करने को कहा गया है । ऐसा कुछ समय तक करने से दरिद्रता दूर होती है, इसमें शंका नही ।