श्राद्ध से बढ़कर महान् यज्ञ तीनों लोकों में दूसरा कोई नहीं है।पितृ पक्ष की होने वाली है शुरुआत, इन मंत्रों के जप से मिलेगा पितरों का आशीर्वाद !
श्राद्धसे बढ़कर महान् यज्ञ तीनों लोकोंमें दूसरा कोई नहीं है। इसमें जो कुछ दान दिया जाता है, वह सब अक्षय होता है। दूसरोंको जो दान दिया जाता है; उसका फल दस हजारगुना होता है। अपनी जातिवालोंको देनेसे लाख-गुना फल होता है क्योंकि मनुष्य का कर्तव्य अपने समुदाय या अपनी जाति Read more